जंगल सफारी में स्कूली बच्चों ने सीखा… पर्यावरण संरक्षण का पाठ…

l रायपुर l स्कूली बच्चे गर्मियों की छुट्टी में रचनात्मक कार्य सीख रहे हैं। इन बच्चों को पर्यावरण संरक्षण और प्रकृति से जोड़ने के लिए जंगल सफारी का भी भ्रमण कराया जा रहा है। 19 से 24 मई 2025 तक नंदनवन जंगल सफारी में समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। गौरतलब है कि वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने बच्चों को प्रकृति से जोड़ने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने नवा रायपुर स्थित नंदनवन जंगल सफारी में समर कैंप करने के निर्देश दिए थे।
पर्यावरण संरक्षण की भावना:-
समर कैंप में स्कूली बच्चों को आस-पास के प्राकृतिक वातावरण, वन्य जीवों, जल संरक्षण जैसे विषयों की जानकारी दी जा रही है। समर कैंप न केवल बच्चों को प्रकृति से जोड़ता है, बल्कि उनमें पर्यावरण संरक्षण की भावना भी जाग्रत करता है। यह शिविर आने वाली पीढ़ी को एक संवेदनशील पर्यावरण प्रहरी के रूप में तैयार करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है।
नंदनवन जंगल सफारी संचालक श्री थेजस शेखर ने बताया कि भेलवाडीह, गिरहोला, सेक्टर-26 और रायपुर के आसपास के क्षेत्रों से आए 26 प्रतिभागी बच्चे इस कैम्प में पूरे उत्साह से हिस्सा ले रहे हैं। नंदनवन जंगल सफारी द्वारा आयोजित यह समर कैम्प के पहले दो दिनों में विद्यार्थियों ने बर्ड वॉचिंग के माध्यम से पक्षियों की पहचान, व्यवहार और पर्यावरण में उनकी भूमिका को करीब से जाना और समझा। विश्व मधुमक्खी दिवस के अवसर पर ‘हनी-बी‘ की विविध प्रजातियों और परागण में उनकी भूमिका पर जानकारी देकर उनके पारिस्थितिकीय महत्व को रेखांकित किया गया।
चित्रकार और पेंटिंग का प्रदर्शन:-
उन्होंने बताया कि समर कैंप के तीसरे दिन का आकर्षण तितली उद्यान (Butterfly Garden) का भ्रमण रहा। जहां बच्चों ने तितलियों के जीवन चक्र, प्रजातियों और उनके पारिस्थितिकीय योगदान को जानने के साथ-साथ रंग-बिरंगी तितलियों की चित्रकारी और पेंटिंग में अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने प्रकृति व वन्यजीवों से जुड़ी प्रेरक कहानियाँ और व्यक्तिगत अनुभव साझा कर अपने पर्यावरणीय चेतना को और बढ़ाया।