Breaking News
पटवारी की मेहरबानी… तहसील के कर्मचारियों की मनमानी… तहसीलदार का आदेश दरकिनार…
- रायपुर l पाटन तहसील में एक अजीब खेल चल रहा है l तहसीलदार के आदेशों की अवहेलना की जा रही है और कर्मचारियों की मनमानी चल रही है l जिसके चलते कई मामले लंबित है और मिलते हैं तारीख पर तारीख l
गौरतलब है की तत्कालीन पटवारी रविंद्र देवांगन के विरुद्ध उमेश यदु द्वारा एक अर्जी लगाई गई थी l 19 मार्च को तहसीलदार के समक्ष आवेदन किया गया था l 28मार्च को तहसीलदार द्वारा आदेश जारी किया गया था कि 12 अप्रैल को सुबह 11:00 बजे तहसील न्यायालय में उपस्थित होने के लिए l साथ ही इस मामले से संबंधित अन्य लोगों को भी नोटिस जारी किया गया था l वहीं वर्तमान पटवारी को प्रतिवेदन जमा करने के लिए भी कहा गया था l लेकिन वर्तमान पटवारी ने कोई प्रतिवेदन 12 अप्रैल को जमा नहीं किया l वहीं तत्कालीन पटवारी रविंद्र देवांगन ने चुनाव ड्यूटी का हवाला देने के साथ-साथ यह बताया गया कि उन्हें 12 अप्रैल को सुबह 11:00 बजे यह जानकारी मिली है कि तहसील न्यायालय में उपस्थित होना हैl जबकि इस पूरे मामले की हकीकत कुछ और है l तहसील कार्यालय के बाबू कंप्यूटर ऑपरेटर, अहम भूमिका निभा रहे हैं l तहसीलदार द्वारा जारी आदेशों को दबाया जा रहा है l या यू कहे कि तत्कालीन पटवारी रविंद्र देवांगन को बचाने के लिए पुरा तहसील एकजुट हो चुका है l चंद रूपों के खातिर रकबा बढ़ाकर जमीन बेचने वाले पटवारी ने कर्मचारियों को ही अपने गिरफ्त में ले लिया है l जिसका खामियाजा पीड़ित भुगत रहा है l प्रार्थी द्वारा जब-जब तहसील कार्यालय में पदस्थ मोती लाल सिन्हा से पूछा गया कि क्या आपने नोटिस संबंधितों को भिजवा दिया है तो उन्होंने कहा कि कोटवार के माध्यम से भिजवाए जा चुका है l जबकि हकीकत कुछ और है l एसडीम के सामने जब इस बात को लेकर शिकायत की गई l तब 8 अप्रैल को मालूम चला कि नोटिस नहीं जारी की गई हैl बाबू सिन्हा ने प्रार्थी से कहा कि नोटिस आप ही तमिल करवाइए l जबकि नोटिस तमिल कराने की जिम्मेदारी पूरी प्रशासनिक होती है l इससे साफ साबित होता है चंद रुपयो के खातिर तहसील के कर्मचारी भी अब मनमानी पर उतर आए हैं l अन्य लोगों को नोटिस प्राप्त होती है लेकिन पटवारी को पेशी की तारीख पर ही सुबह 11:00 मालूम होता है l इसका मतलब यह है की तहसील में पूरी मिली भगत से काम चल रहा है l वही पटवारी संघ द्वारा भी तहसीलदार, एसडीएम के ऊपर दबाव बनाया गया है कि संबंधित पटवारी रविंद्र देवांगन के पक्ष में ही काम करें l जिसके चलते ग्राम सिकोला के वर्तमान पटवारी पाटिल ने प्रतिवेदन अब तक तहसीलदार के समक्ष जमा नहीं किया है lअब यह पूरा मामला मुख्य सचिव और जिला कलेक्टर तक पहुंच चुका है l अब देखना यह है कि पूरे मामले में कोई ठोस कार्रवाई होती है कि नहीं l