जीरम घाटी हत्याकांड की सच्चाई उजागर करने… विद्याचरण शुक्ल समर्थक करेंगे सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर…

रायपुर l पंडित विद्याचरण के जन्म दिवस और मध्य प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री पंडित रविशंकर शुक्ल जी के जन्म दिवस के अवसर पर, पंडित विद्या चरण शुक्ल के समर्थकों ने जीरम घाटी हत्याकांड की सच्चाई को दुनिया के सामने लाने का संकल्प लिया है। विद्या चरण शुक्ल के समर्थकों ने हाल ही में कानूनी लड़ाई लड़ते हुए सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे पर दस्तक देने का निर्णय लिया है।
दहशत फैलाने के लिए :-
ज्ञातव्य हो कि जीरम घाटी हत्याकांड में एनआईए की क्लोजर रिपोर्ट आई थी, जिसमें नक्सलियों द्वारा दहशत फैलाने के लिए इस कांड को अंजाम देने की बात की गई थी। एनआईए को इस मामले में कोई अन्य एंगल नहीं मिला। इसके बाद, 2018 में भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार ने इस हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। हालांकि, एसआईटी की जांच पर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने स्थगन आदेश दे दिया था परंतु लोगों का मानना है कि इतने बड़े हाई प्रोफाइल हत्याकांड के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी जांच होनी चाहिए।
कई नेता शहीद :-
जीरम घाटी में 25 मई 2013 को हुए इस हत्याकांड में कई कांग्रेसी नेता शहीद हुए, जिसमें महेंद्र कर्मा** (कांग्रेस विधायक) नंदकुमार पटेल** (छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) सहित छत्तीसगढ़ प्रदेश के प्रथम पंक्ति के अनेकों नेता शामिल हैं साथ ही सैकड़ो लोग घायल भी हुए थे जो एक हाई प्रोफाइल हत्याकांड थी उक्त घटना में ही पंडित विद्या चरण शुक्ला जी भी घायल हुए थे जिनका निधन इलाज के दौरान मेदांता हॉस्पिटल में हो गया था परंतु इस हाई-फाई प्रोफाइल हत्याकांड की जांच और की रिपोर्ट लोगों के गले नहीं उतर रहा है तथा लोग इस घटना के पीछे कोई न कोई साजिश को महसूस कर रहे हैं तथा जांच व एन आई ए रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है l
पुराने हुए एकजुट:-
विगत दिनों पंडित विद्या चरण शुक्ल जी की पुण्यतिथि पर, उनके पुराने समर्थक पूरे प्रदेश से इकठ्ठा हुए। इस अवसर पर प्रमोद तिवारी, मनोज सिंह ठाकुर (अधिवक्ता), राम अवतार देवांगन, श्शिरीष अवस्थी, सुरेश उपाध्याय, संजय मिश्रा (अधिवक्ता), नीतिन झा, विकास गुप्ता और श्रीमती आभा मुदलियार,कोरमा राव सहित अन्य समर्थकों ने जीरम घाटी हत्याकांड के पीछे की सच्चाई को उजागर न करने पर गहरा दु:ख व्यक्त किया। पंडित विद्याचरण शुक्ल के लाखों समर्थक पूरे प्रदेश में और पूरे देश में है जो उनकी इस निरीह हत्या से काफी दुखी व उद्वेलित हैं तथा छत्तीसगढ़ संघर्ष परिषद के भी सभी नेता पंडित विद्या चरण शुक्ला जी के इस बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहते हैं सभी समर्थकों ने संकल्प लिया कि वे इस मामले में साजिश करने वालों का काला चिट्ठा उजागर करने के लिए प्रयास करेंगे।
कोर्ट जाने की तैयारी:-
कांग्रेस व छत्तीसगढ़ संघर्ष परिषद के के वरिष्ठ नेता मनोज सिंह ठाकुर (अधिवक्ता) ने जानकारी दी कि इस विषय पर पुनः निर्णय लिया गया है और सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी लगभग पूर्ण कर ली गई है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह कदम न केवल पंडित विद्याचरण शुक्ल जी के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देगा, बल्कि न्याय के प्रमुख मूल्यों की रक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है। साथ ही कांग्रेस के सभी बलिदानी नेताओं के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी