अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक के पूर्व… छत्तीसगढ़ की लोकपरंपरा और गौरवगाथा को समर्पित… प्रदर्शनी मंडप का हुआ उद्घाटन…

रायपुर l अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक के अंतर्गत प्रदर्शनी विभाग द्वारा तैयार किया गया सांस्कृतिक प्रदर्शनी मंडप का उद्घाटन छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव द्वारा किया गया। यह प्रदर्शनी मंडप छत्तीसगढ़ की ग्रामीण, और जनजातीय जीवन-शैली को प्रतिबिंबित करता है। हस्तनिर्मित कलाकृतियाँ, ढोकरा कला की मूर्तियाँ, स्थानीय वाद्य यंत्र, मां सरस्वती की प्रतिमा और एक भव्य चित्र स्थली इस मंडप की विशिष्टताएँ हैं। यह प्रदर्शनी नौ विषयों पर आधारित है, जिनमें भगवान राम के ननिहाल से लेकर पंडवानी, रामनामी परंपरा और छत्तीसगढ़ की लोक परंपरा का इतिहास सम्मिलित हैं।
6 माह की प्रमुख गतिविधियां:-
प्रदर्शनी के अन्य खंडों में विद्यार्थी परिषद की छह माह की प्रमुख गतिविधियों — जैसे राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद, जनजातीय छात्र संसद, पूर्वोत्तर युवा छात्र संसद और छात्रा संसद — को दर्शाया गया है। साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्षों की यात्रा, पंच परिवर्तन एवं प्रा. यशवंतराव केलकर के जीवनदर्शन को भी विशेष स्थान मिला है। 2025 में रानी अबक्का की 500वीं जयंती और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में उनके योगदान को भी प्रेरणादायक रूप में प्रदर्शनी का हिस्सा बनाया गया है।
जड़ों से जोड़ने का कार्य:-
प्रदर्शन उद्घाटन के दौरान छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि, “ऐसी प्रदर्शनी न केवल संस्कृति के संरक्षण का माध्यम होती हैं अपितु यह आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य भी करती है। विद्यार्थी परिषद् का यह प्रयास वास्तव में प्रेरणास्पद है। मैं सभी से आग्रह करता हूँ कि आधे घंटे का समय निकालकर प्रदर्शनी का अवलोकन अवश्य करें। संगठन की सामाजिक चेतना और राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धता इस प्रदर्शनी के हर खंड में परिलक्षित हो रही है।”